बनने दो उसे पिंकी -पिकी
दोनों वो और उसका husband अच्छे खासे SUCCESSFUL है | अच्छा पैसा कमाते है | सुख सुविधा की हर चीज है घर में | एक बेटा है करन , छह-सात साल का | अंग्रेजी के बेहतरीन स्कूल में पढ़ता है | दिखने में परिवार काफी प्रोग्रेसिव है | सुमी के साथ दिन भर शॉपिंग के लिए जाना हुआ | घर के साथ क़रन के लिये भी काफी कुछ खरीदना था |'आई मुझे ये ही swimming goggle चाहिये| I want this. I liked it so much "' pink ??? तू boy है बेटा | गर्ल नहीं है| पिंकी पिंकी बनेगा तू ? you are strong baccha | करन पूरे रास्ते रोता रहा , फिर दूसरी जिद |' मुझे वो डॉल चाहिये , बार्बी | करन this is something tooo much| बोला न तू boy है | सुमी का गुस्सा सातवे असमान पर था | पूरे समय उनका communication जज्ब करती रही | करन न कभी कभी अजीब behave करता है , सुमी बोलते जा रही थी | वैसे तो इतनी दादागिरी करता है | कल स्कूल में एक बच्चे को मारा | इतनी मस्ती करता है पर कभी अजीब हो जाता है कैसे समझाऊ इसे ?"क्या हो गया है हमें ? सब कुछ बदल रहा है लेकिन ये जेंडर gap क्यों रिजिड होता जा रहा है ? एक तरफ हम प्रोग्रेसिव और दूसरे तरफ हम इतने रिजिड ? सुमी को इतना अपमान ? लडकियों जैसा सोचे पर अपमानित ? सोचो तो कितना तुछा , कितना नीच समझा जाता होगा बेटी को कि बेटा अगर बेटी जैसा सोचता है तो अपमान ? बेटी बेटे जैसा सोचती है तो गर्व ?बाहर मार पीट को , दादा गिरी को, रोब- दाब को अच्छा कहने से हमारा बेटा अच्छा नहीं बनेगा | अच्छा बेटा बनाने के लिए उसे सॉफ्ट रहना भी सिखाना होगा | strongness बाहरी नहीं होती , इंटरनल ही होती है | अपनो को समझने में , hand होल्डिंग में जो strongness लगतीं है , वो दूसरो को धक्का देने में नहीं |लडकिया यदि डॉल्स से खेलकर अच्छी होममेकर बनती है तो लड़को को भी डॉल से खेलने दो | उसे सुलाने दो | लोरी गाने दो | उसके लिए झूठा ही सही खाना पकाने दो | क्या हम नहीं चाहते हमारे बेटे अच्छे होममेकर बने , क्या हम नहीं चाहते उनके परिवार में रिश्तो की बुनियाद बराबरी पर हो |यदि हा तो खेलने दो उन्हें गुडियों से , पहनने दो उन्हें पिंक और बनने दो उन्हें पिंकी -पिंकी एंड सॉफ्ट | अब यदि घरो को बचा सकती है , रिश्तो को बचा सकती है तो वो है SOFTNESS . BEING STRONG नहीं | कभी नहीं |
श$$$$$$$$$$ हम संस्कारी सेक्स पर बात नहीं करते |
मेरी तो मान्यता ही है की सेक्स की बात घरो में बहुत आराम से होनी चाहिए | अभिभावकों ने बड़ी ही सरलता के साथ बच्चो से सेक्स के बारे में बात करना सीख लेनी चाहिये|
बच्चे जिज्ञासा के लिये porn देखे इससे बेहतर है की वे हमसे सेक्स पर बात करे | पति पत्नी सिर्फ बच्चे पैदा करने के बजाय सेक्स पर बात करे , एक दूसरे को महसूस करे | रिश्ते सघन करे | इस देश को अब ज्यादा बच्चे पैदा करने की जरूरत नहीं है बल्कि जरूरत है तो घने रिश्तो की |
बच्चे इतनी आराम से घर में सेक्स पर बात कर सके जीतनी आराम से वो आलू -प्याज़ खरीदने की | ये मेरा विश्वास है की जब ऐसा होगा तब औरतो पर शारीरिक अत्याचार की घटनाए नहीं के बराबर हो जाएँगी |
जाहिर है अब ये मेरा विश्वास है तो मै खुद भी सेक्स के बारे में उतने ही आराम से बात करती हू जितने आराम से घर में सब्जी क्या बनानी है ये करती हू | मेरे लिए penis , vagina और intercourse जैसे शब्दों का इस्तेमाल करना बहुत आम और आसान है |इसलिए एक नहीं सारे के सारे भारतीय मर्द मुझे बेकार औरत समझते है | एसी औरत जिसे अपने बेटे बेटियों से दूर रखना चाहिए क्यों की मै कुछ ज्यादा ही 'खुली -खुली' हू | ' मै ओवर हू ' | मै विदेशो की बिगड़ी औरतो की नक़ल कर रही हू मै | और सबसे भयानक काम जो मै कर रही हू जिसके लिए मुझे देश निकाला देना चाहिये . मुझे मार डालना चाहिये , मुझे सूली पर चढ़ा देना चाहिये . मुझे रंडी घोषित कर देना चाहिये वो है की मै अपनी महान , सुन्दर भारतीय संकृति को बिगाड़ रख रही हू| मुझे सब मर्दों ने चिल्ला चिल्ला कर बताया है की हम सभ्य लोग है हमारे घरो में ये बेशर्मी नहीं चलेगी | |
हम शर्मसार और सभ्य लोग है , हम औरतो की इज्ज़त करते है , बड़े बुजुर्गो की इज्ज़त करते है , बेटियों की इज्ज़त करते है उनके सामने सेक्स की बात , तौबा तौबा |
सच कहते है ये , ये सेक्स की बात नहीं करते , नहीं बिलकुल नहीं करते | जरा भी नहीं | ये सिर्फ चोबीसो घंटे सेक्स के बारे में सोचते है और ये सेक्स करते है पर सेक्स पर बात नहीं करते | तौबा -तौबा |
- इंनके घर में सेक्स पर लिखी किताबे नहीं मिलेंगी ,पर दिमाग में सेक्स मिलेगा | -ये अपनी बीवी से सेक्स के बारे में बात नहीं करते , उसके साथ सेक्स करते है और ढेरो बच्चे पैदा करते है | -ये सेक्स पर बात नहीं करते पर सेक्स करते है क्यों की सड़क पर आने जाने वाली हर औरत का ऊपर से निचे तक x-रे करते है | - सच है ये सेक्स पर बात नहीं करते सेक्स करते है क्यों की बात करते समय औरत की आखो में न देख कर उसकी छाती की तरफ देख कर बात करते है | ये सेक्स पर बात नहीं करते सेक्स करते है क्यों की बसों में , ट्रेन में , धक्के के आम पर बार औरतो के शरीर पर गिर गिर पड़ते है | -ये सेक्स पर बात नहीं करते ये सेक्स करते है क्यों की लड़की के कपडे इन्हें invite करते है क्यों की उन्हें लडकियों की टांगो और सुडौल बांहों के अलावा कुछ दिखायी नहीं देता | - ये सेक्स पर बात करते नहीं सेक्स करते है क्यों की टेबल पर काम कर रही लड़की की चतुराई उन्हें दिखायी नहीं देती उन्हें उसके clivage दिखायी देता है | ये सेक्स पर बात नहीं करते पर धर्मो और समाज और संस्कारो के नाम पर लड़की को सिर्फ सेक्सी होना सिखाते है | - ये सेक्स पर बात नहीं करते सिर्फ सेक्स करते है क्यों की सेक्स पर बात करने वाली ' वाटर ' और 'परमा ' जैसी फिल्मो के पोस्टर फाड़ प्रदर्शन करते है लेकिन you-tube की एक भी porn film देखने से नहीं चूकते इनकी सारी सारी गालीया औरतो के शरीर के इर्द-गिर्द होती है पर ये सेक्स पर बात नहीं करते है इनके सारे सड़े गले , गंदे jokes सेक्स के इर्द गिर्द होते है पर ये संस्कारी है सेक्स पर बात नहीं करते |

श$$$$$$$$ | हम भारतीय मर्द है हम संस्कारी है | हम सेक्स पर बात नहीं करते \
# SEX .# gender # equality # sex education # double standard #patriarchy
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