4th जुलाई

अस्पताल के बाहर खड़े सौ  लोगो में से एक भी व्यक्ति नहीं चाहता की उसके यहाँ बेटी पैदा हो ।
मेरे साथ भी यही हुआ ।

मै  पैदा हुई ।  वो भी पहली नहीं दूसरी बेटी । कलमुहीं । सबके सपनों पर , आस पर , hopes  पर जैसे पानी   फिर  गया हो ।

घर वालो को कितना दुखी कर गयी थी मै ,इसकी गहराई तब नहीं जानती थी मै । 
मै क्यों घरवालों के आंख की किरकिरी बनी रही हमेशा ये मेरा बाल मन तब समझ नहीं पाता था।

क्यों बात -बात पर मुझे डांट-फटकार और मार पड़ती थी और क्यों दोनों भाइयो को प्यार दुलार ये
मेरा मन तब समझ नहीं पाता था ।
क्यों भाइयो को माखन और मुझे छाछ  मिलती थी यह समीकरण मेरे समझ के बाहर था ।

प्यार पाने की हर कोशिश परिवार वालो के मन में घृणा ,विद्वेष भरती चली गयी ?
तब मेरा बाल मन असमंजस में रहता  था . ।डांट -फटकार  से सराबोर  बाल मन कभी छोटा
नटखट बन ही नहीं पाया ।

मेरे हिस्से में सब कुछ ज्यादा होने के बावजूद जब इस असमानता के समीकरण को नहीं सुलझा सकी तो एक विश्वास ने मन में पाँव जमा लिये -यदि मेरे लिये मै नहीं तो मेरे लिये कोई नहीं ।

I belong to myself .
and I will stay for my own
I have nothing more precious than me , me and me "



5 comments:

Anonymous said...

Very good Autobiography
For Ur information I like more women than u can Imagine. to start with I have 2 Mothers , 5 sisters, 3 wifes , 7 daughters and still I love women in any form they approach me.
Bye take care

aakrosh said...

ब्लॉग की दुनिया में स्वागत है..
यह सही है की सभी के मन की लालसा बेटे पर ही टिकी रहती है किंतु व्यापक शिक्षा के बावजूद पढ़े लिखे समाज़ द्वारा भी कन्या कुंठा पाल ली जाती है.. ओर पुत्र प्रेरणा देता है जन्म विक्रती को..

eternalromantic said...

Does it really happen, Madhuji? I grew up in this same India. We were four brothers and four sisters. Do not remember any incident when the parental love was any less or more for anybody. In fact, the word, parent included all those siblings elder to the younger ones also and it has remained so even when I am 50 now.

Unknown said...

धीरे-धीरे बढ रही है ,बेटी !
बाप के कांधों पर चढ़ रही है ,बेटी !
देखता हूं ,खामोश है कुछ दिनों से ,
जरुर कोई ख्वाब मड रही है बेटी ! opyadav

Ankush said...

Nice beginning...will look forward for the story after

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